MP Board Class 12th History Trimasik Paper 2023 : मध्यप्रदेश द्वारा आयोजित त्रैमासिक परीक्षा का आगमन शुरू हो चूका है, और विद्यार्थी सब्जेक्ट वाइज ओरिजिनल पीडीऍफ़ की तलाश कर रहे है तो जैसा की आप सबको पता होगा 12 सितम्बर से हिंदी का पेपर शुरू हो रहा है और सभी छात्र MP Board Class 12th History Trimasik Paper 2023 की तलाश कर रहे है, तो MP Board Class 12th History Trimasik Paper 2023 की तलाश कर रहे छात्रों के लिए बड़ी अपडेट सामने आ रही है, आज के इस लेख में हम आप सबको MP Board Class 12th Itihas Trimasik Paper 2023 Original pdf प्रोवाइड करने वाले है ताकि आप सब MP Board Class 12th Itihas Trimasik Paper 2023 के माध्यम से अपनी तैयारी पूरी करके त्रैमासिक परीक्षा में उत्तीर्ण कर सके।
प्यारे विद्यार्थियों आज इस आर्टिकल History Class 12th Trimasik Paper 2023-2024 MP Board के माध्यम से हम आपको बताएंगे कि आपको अपने MP Board Class 12th History Trimasik Paper 2023-2024 के अंतर्गत कुल कितने पाठ याद करने पड़ेंगे। अर्थात कुल कितना सिलेबस पूछा जाएगा , परीक्षा का पैटर्न कैसा रहेगा। आदि अनेक जानकारियां आज आप यहां से लेने वाले हैं। हम आपसे पुनः कहेंगे की संपूर्ण जानकारी प्राप्त करने के लिए आपको हमारे साथ अंत तक आना पड़ेगा।
MP Board Class 12th Histroy Trimasik Paper 2023
MP Board Kaksha 12vi vishy itihas Trimasik Paper 2023-24: प्रिय छात्रों , आज हम आपके सामने MP Board Class 12th history Trimasik Paper 2023-24 के बारे में जानकारी देने आए हैं । आज हम आपको 12th history Trimasik Paper 2024 के संबंध में जानकारियां देंगे । यदि आप त्रैमासिक परीक्षा के बारे में संपूर्ण जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं तो आप इस पोस्ट को पूरा लास्ट तक जरूर पढ़ें । दोस्तों अगर आप गूगल पर MP Board Class 12 itihas Trimasik Paper 2023-24 खोज रहे थे, तो आप बिल्कुल सही जगह पर आ पहुंचे हैं क्योंकि आज आपको हम ऐसी खास और जरूरी जानकारी इस पोस्ट के माध्यम से देने वाले हैं । कक्षा 12वी हिन्दी के त्रैमासिक पेपर की तैयारी के लिए हम आपको बहुत ही खास trick बताने वाले हैं बस आपको हमारे द्वारा बताए गए ट्रिक के आधार पर चलना है और कक्षा 12वी histroy के क्वेश्चन को रट लेना है । क्योंकि यहां पर बताए जाने वाले क्वेश्चन में से आपको histroy 12th Trimasik Paper 2023 MP Board में काफी प्रश्न देखने को मिल जाएंगे । MP Board Class 11th itihas Trimasik Paper 2023 में यदि आप टॉप करना चाहते हैं तो जो क्वेश्चन आपको यहां पर बताए जा रहे हैं उनको याद कर लीजिए।
Overview – MP Board class 12th Itihas traimasik pariksha 2023
Exam Department Name | Madhya Pradesh Board of Secondary Education |
Examination | Board Exam |
Exam Year | 2023 |
Class Category | MPBSE 12th |
Type exam | त्रैमासिक परीक्षा |
Exam Date | 16 September |
Subject | itihas |
Post Category | Question paper |
official website | www.mpbse.mponline.gov.in |
त्रैमासिक परीक्षा 2023-24
कक्षा – 12वीं
विषय – इतिहास
समय : 3:00 घंटे पूर्णाक – 80
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निर्देश :
- सभी प्रश्न हल करना अनिवार्य है।
- प्रश्न क्रमांक 1 से 5 तक वस्तुनिष्ठ प्रश्न आएंगे जिसमें 32 प्रश्न है प्रत्येक प्रश्न 1 नंबर का होगा।
- प्रश्न क्रमांक 6 से 15 तक प्रत्येक प्रश्न 2 अंक का है शब्द सीमा लगभग 30 शब्द है।
- प्रश्न क्रमांक 16 से 19 तक प्रत्येक 3 अंक का है शब्द सीमा लगभग 75 शब्द है ।
- प्रश्न क्रमांक 20 से 23 तक प्रत्येक प्रश्न 4 अंक का है शब्द सीमा लगभग 120 शब्द है।
प्रश्न 1.सही विकल्प चुनकर लिखिए। (6)
1. वर्तमान में कलिंग कहां स्थित है।
1. कर्नाटक 2. मध्यप्रदेश 3. पाकिस्तान 4. उड़ीसा
2. मौर्य साम्राज्य के संस्थापक थे-
1. धनानंद 2. समुद्रगुप्त 3. चंद्रगुप्त 4.चाणक्य
3. बहुपति विवाह प्रणाली किस में प्रचलित थी-
1. सातवाहनों में 2. पांडवों में 3. शकों में 4. उपरोक्त सभी में
4. सांची के बौद्ध स्तूप की खोज कब की गई –
1.1950 ई. में 2. 1964 ई. में 3.1818 ई. में 4.1820 ई. में
5. गंधार किला किससे संबंधित है-
1. शैव धर्म से 2. वैष्णव धर्म से 3. जैन धर्म से 4. बौद्ध धर्म से
6. सिक्ख पंथ के दसवें गुरु थे।
1.गुरु रामदास 2. गुरु तेगबहादुर 3. गुरु अंगद 4. गुरु गोविंद सिंह
प्रश्न 2. रिक्त स्थान की पूर्ति कीजिए। (7)
1.विजयनगर राजाओं के शासकीय आदेश…………….लिपि में लिपिबद्ध किए जाते थे।
2. बंगाल में भक्ति आंदोलन का प्रसार………….ने किया।
3. ट्रैवल्स इन द मुगल इमपाय………….की रचना है।
4. अजंता की गुफाएं……….. में स्थित हैं।
5. महाभारत में…………. श्लोकों की संख्या है।
6. सांची के स्तूप का निर्माण…………. शासनकाल में हुआ।
7. आरंभिक भारत का सबसे प्रसिद्ध विधि……….. ग्रंथ है।
प्रश्न- 3 सही जोड़ी बनाइए। (6)
1. सिद्धार्थ (i) कलकता में बनाया गया महल
2. मालिक मो. जायसी (II) खिलाफत आंदोलन
3. मुहम्मद शौकत अली (iii) मुम्बई में बहुमंजिला इमारतें होती है
4. खान अब्दुल गफ्फार खान (iv) गौतम बुद्ध का बचपन का नाम
5. चांल. (v) खुदाई खिदमतगार
6. राइटर्स बिल्डिंग (vi) पद्मावत
प्रश्न 4. एक वाक्य में उत्तर दीजिए- (7)
1.मेगास्थनीज कौन था।
2. अशोक किस धर्म का अनुयायी था।
3. महाभारत किस भाषा में लिखा गया ग्रंथ है।
4. पुराणों की संख्या कितनी है।
5. उपनिषदों की संख्या कितनी है।
6. खालसा पंथ की स्थापना किसने की थी।
7. विजयनगर में दो प्रसिद्ध मंदिर कौन से थे।
प्रश्न 5. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर सत्य/असत्य में दीजिए- (6)
1.सती प्रथा का वर्णन निकितिन ने किया है।
2. जैन धर्म को 2 संप्रदाय में बाटा गया है।
3. नालंदा विश्वविद्यालय की स्थापना कुमारगुप्त प्रथम ने की थी।
4. छठी शताब्दी में भारत 16 महाजनपादों में बटा हुआ था।
5. प्रथम शताब्दी ईस्वी में सोने के सिक्के कुषाण राजाओं ने जारी किए थे।
6. धर्म शास्त्रों में पांच प्रकार के विवाह का वर्णन किया गया है।
प्रश्न 6. स्तूपो की खोज कैसे हुई? समझाइए (2)
1796 ई में स्थानीय राजा एक मन्दिर का निर्माण करना चाहते थे. उन्हें अचानक अमरावती के स्तूप के अवशेष मिल गये. इन्होने इसके पत्थरों का उपयोग करने का निश्चय किया, ऐसा प्रतीत हुआ कि इस छोटी सी पहाड़ी में संभवतः कोई खजाना छुपा हैं
अथवा
मंदिरों का निर्माण किस प्रकार हुआ समझाइए।
प्रश्न 7. वैदिक और पौराणिक परंपरा में क्या अन्तर है? (2)
वैदिक युग और पौराणिक काल में मुख्य अंतर यही है की वैदिक युग में मूर्ति पूजा नहीं थी लेकिन पौराणिक युग में मूर्ति पूजा का प्रचलन हो गया। … वास्तव में वैदिक युग में अनेक देवताओं की पूजा ही बाद में मूर्ति पूजा का आधार बनी।
अथवा
सिलसिला का शाब्दिक अर्थ है।
सिलसिला – तरतीब; क्रम
प्रश्न 8. गोपुरम से क्या समझते हैं? (2)
गोपुरम या गोपुर (जिसे विमानम भी कहते हैं) एक स्मारकीय अट्टालिका होती है, प्रायः शिल्प से सज्जित, एवं अधिकतर दक्षिण भारत के मन्दिरों के द्वार पर स्थित होता है। यह हिन्दु मन्दिरों के स्थापत्य का प्रमुख अंग है। ्यह ऊपर किरीट कलश से शोभायमान होता है। यह मन्दिरों की चारदीवारी में बने द्वार का काम देते हैं।
अथवा
सूफी परंपरा में पीर का क्या महत्व था।
सूफीवाद में एक पीर की भूमिका सूफी मार्ग पर अपने शिष्यों को मार्गदर्शन और निर्देश देना है। यह अक्सर सामान्य पाठ और व्यक्तिगत मार्गदर्शन द्वारा किया जाता है। अन्य शब्दों में एक पीर का उल्लेख है, मुर्शिद (अरबी : مرشد, जिसका अर्थ है “मार्गदर्शक” या “शिक्षक”), शेख और सरकार (फारसी शब्द जिसका अर्थ मास्टर, लॉर्ड) है।
प्रश्न 9. धर्म प्रवर्तक से आप क्या समझते हैं। (2)
किसी धर्म को प्रचलित करने या चलाने वाला व्यक्ति
अथवा
अल-बिरूनी गजनी कैसे पहुंचा?
सन् 1017 ई. में ख़्वारिज्म पर आक्रमण के पश्चात सुल्तान महमूद यहाँ के कई विद्वानों तथा कवियों को अपने साथ अपनी राजधानी ग़ज़नी ले गया। अल-बिरूनी भी उनमें से एक था। वह बंधक के रूप में ग़ज़नी आया था पर धीरे-धीरे उसे यह शहर पसंद आने लगा और सत्तर वर्ष की आयु में अपनी मृत्यु तक उसने अपना बाकी जीवन यहीं बिताया।
प्रश्न 10. आदि ग्रंथ साहिब का संकलन किसने किया। (2)
सिखों का पवित्र धर्मग्रंथ जिसे उनके पाँचवें गुरु अर्जुनदेव ने सन् 1604 ई. में संगृहीत कराया था और जिसे सिख मतानुयायी ‘गुरूग्रंथ साहिब जी’ भी कहते एवं गुरुवत् मानकर सम्मानित किया करते हैं।
अथवा
अमीर खुसरो अपने किस योगदान के लिए जाने जाते हैं।
साहित्य के अतिरिक्त संगीत के क्षेत्र में भी खुसरो का महत्वपूर्ण योगदान है I उन्होंने भारतीय और ईरानी रागों का सुन्दर मिश्रण किया और एक नवीन राग शैली इमान, जिल्फ़, साजगरी आदि को जन्म दिया I भारतीय गायन में क़व्वालीऔर सितार को इन्हीं की देन माना जाता है।
प्रश्न 11.महान और लघु परंपराओं से आप क्या समझते हैं। (2)
महान परंपरा: प्रमुख सामाजिक श्रेणियों की सांस्कृतिक प्रथाओं को महान परंपरा कहा जाता था। छोटी परंपरा: ये वह परंपरा थी जो महान परंपरा से मेल नहीं खाती। पंथ का एकीकरण: पूजा के तरीके।
अथवा
हाथी, घोड़े और लोग किसके प्रतीक हैं।
प्रश्न 12. महात्मा बुद्ध के किन्हीं तीन उपदेशों को लिखिए? (2)
दूसरों को बुरा ना कहे, सत्य के मार्ग में चलें, जीवन का उद्देश्य रखें
अथवा
बौद्ध धर्म संसार में तेजी से क्यों और कैसे फैला? बताइए।
प्रश्न 13. जाति व्यवस्था के कोई दो दोष लिखिए। (2)
जाति-व्यवस्था के दोष
श्रम की गतिशीलता पर प्रतिबंध – चूंकि व्यक्ति को अपनी जातीय व्यवसाय को ही करना पड़ता है, जिसे वह अपनी इच्छा अथवा अनिच्छा के अनुसार बदल नहीं सकता, अतएव इसने श्रम की गतिशीलता को रोका है। इससे गतिहीनता उत्पन्न हुई है।
अस्पृश्यता – इसने अस्पृश्यता को जन्म दिया है।
अथवा
फ्रांसवा बर्नियर का मुगल परिवार से क्या संबंध था।
वह 1656 ई. से 1668 ई. तक भारत में बारह वर्ष तक रहा और मुग़ल-दरबार से घनिष्ठ सम्बन्ध बनाए रखे। प्रारम्भ में उसने मुग़ल सम्राट शाहजहाँ के ज्येष्ठ पुत्र दाराशिकोह के चिकित्सक के रूप में कार्य किया।
प्रश्न 14. आरंभिक काल में महिलाओं की स्थिति का वर्णन कीजिए। (2)
प्राचीनकाल काल में महिलाओं को प्रायः सभी क्षेत्रों में कुछ स्वतन्त्रता एवं अधिकार प्राप्त थे। परिवार में उसे सम्मान का स्थान प्राप्त था । धार्मिक कार्यों में उसकी उपस्थिति महत्त्वपूर्ण मानी जाती थी, कोई भी धार्मिक कार्य महिलाओं के बिना पूरा नहीं माना जाता था। लेकिन महिलाओं की यह स्थिति अधिक समय तक नहीं रही ।
अथवा
उपासना के प्रतीक से आप क्या समझते हैं? समझाइए।
उपासना परमात्मा की प्राप्ति का साधनविशेष
प्रश्न 15. कमल महल की विशेषताएं लिखिए। (2)
कमल महल के मेहराब बहुत ही आकर्षक हैं, जिससे इसकी सुंदरता और भी बढ़ जाती है। अपनी भारतीय-इस्लामी स्थापत्य शैली के लिए यह जाना जाता है। इस महल का नाम ‘कमल महल’ इसलिए रखा गया, क्योंकि इसकी मेहराबदार राह कमल के फूल की पंखुड़ियों की तरह बनी है।
अथवा
महानवी डिब्बा का सांस्कृतिक महत्व लिखिए।
महानवमी डिब्बा हम्पी के रॉयल एनक्लोजर में एक सुंदर पत्थर का मंच। उदयगिरि पर विजय के उपलक्ष्य में राजा कृष्णदेवराय द्वारा विजयनगर काल के दौरान निर्मित।
महानवमी डिब्बा इस क्षेत्र की सबसे लंबी संरचना है और इसलिए रॉयल एनक्लोजर में प्रवेश करते ही सबसे पहली चीज आपको नजर आएगी। दूर से यह एक सामान्य ऊंचे चौकोर मंच जैसा दिखता है। जैसे-जैसे आप करीब आते हैं, विवरण सामने आते जाते हैं। पूरी संरचना को तीन परतों में एक विशाल वर्ग संरचना के रूप में बनाया गया है। शीर्ष पर पहुंचने के लिए मुख्य रूप से दो सीढ़ी हैं। सामने वाले को हाथियों, घोड़ों और अन्य चीजों की मेजबानी के साथ नक्काशी की गई है। शीर्ष पर इसके चारों ओर परिसर में महान विचारों के अलावा देखने के लिए कुछ खास नहीं है। आम तौर पर एक सामने की सीढ़ी के माध्यम से ऊपर चढ़ते हैं और पीछे के माध्यम से नीचे उतरते हैं, हालांकि कोई प्रतिबंध नहीं है।
प्रश्न 16. बर्नियर ने राजकीय कारखानों का क्या वर्णन किया है? (3)
बर्नियर द्वारा राज्य किए कारखानों के संबंध में मिले वृतांत में बर्नियर कहता है कि कारखानों या कार्यशालाओं में कारीगर विशेषज्ञों की देखरेख में अपना कार्य करते थे। सभी कारखानों में अलग-अलग शिल्पो के लिए अलग-अलग कक्ष होते थे। शिल्पकार प्रतिदिन सुबह कारखाने में आते और दिन भर अपने कार्य में व्यस्त रहते।
अथवा
स्तूपो का निर्माण क्यों और कैसे करवाया गया? समझाइए ।
महात्मा बुद्ध के निर्वाण के बाद भारत और अफगानिस्तान में बड़ी संख्या में स्तूपों का निर्माण प्रारंभ हुआ। सम्राट अशोक ने ही लगभग 84000 स्तूपों का निर्माण करा कर बौद्ध धर्म के प्रति अपनी असीम श्रद्धा का प्रदर्शन किया। शुंग एवं सातवाहन काल में ब्राह्मण धर्म का बोलबाला रहा फिर भी स्तूप निर्माण की परंपरा लगातार चलती रही।
प्रश्न 17. महात्मा बुद्ध के जीवन से संबंधित चार प्रमुख स्थलो का संक्षेप में वर्णन कीजिए? (3)
(1) लुम्बिनी – जहां भगवान बुद्ध का जन्म हुआ।
(2) बोधगया – जहां बुद्ध ने ज्ञान प्राप्त हुआ।
(3) सारनाथ – जहां से बुद्ध ने दिव्यज्ञान देना प्रारंभ किया।
(4) कुशीनगर – जहां बुद्ध का महापरिनिर्वाण हुआ।
अथवा
बौद्ध धर्म के चार आर्य सत्य क्या है? सविस्तार व्याख्या कीजिए।
बुझ गए प्रदीप की तरह उसका निर्वाण हो जाता है। और, इस निरोध की प्राप्ति का मार्ग आर्यसत्य – आष्टांगिक मार्ग है। इसके आठ अंग हैं-सम्यक् दृष्टि, सम्यक् संकल्प, सम्यक् वचन, सम्यक् कर्म, सम्यक् आजीविका, सम्यक् व्यायाम, सम्यक् स्मृति और सम्यक् समाधि। इस आर्यमार्ग को सिद्ध कर वह मुक्त हो जाता है।
प्रश्न 18. खालसा पंथ पर टिप्पणी लिखिए। (3)
खालसा सिख धर्म के विधिवत् दीक्षाप्राप्त अनुयायियों सामूहिक रूप है। खालसा पंथ की स्थापना गुरु गोबिन्द सिंह जी ने १६९९ को बैसाखी वाले दिन आनंदपुर साहिब में की। इस दिन उन्होंने सर्वप्रथम पाँच प्यारों को अमृतपान करवा कर खालसा बनाया तथा तत्पश्चात् उन पाँच प्यारों के हाथों से स्वयं भी अमृतपान किया।
सतगुरु गोबिंद सिंह ने खालसा महिमा में खालसा को “काल पुरख की फ़ौज” पद से निवाजा है। तलवार और केश तो पहले ही सिखों के पास थे, गुरु गोबिंद सिंह ने “खंडे बाटे की पाहुल” तयार कर कछा, कड़ा और कंघा भी दिया। इसी दिन खालसे के नाम के पीछे “सिंह” लग गया। शारीरिक देख में खालसे की भिन्ता नजर आने लगी। पर खालसे ने आत्म ज्ञान नहीं छोड़ा, उस का प्रचार चलता रहा और आवश्यकता पड़ने पर तलवार भी चलती रही।
अथवा
सम्राट अशोक के शासन प्रबंध पर प्रकाश डालिए।
सम्राट अशोक ने शासन प्रबन्ध में सबसे बड़ा सुधार यह किया कि उसने सामाजिक जीवन में परिवर्तन लाकर प्रजा का जीवन स्तर ऊँचा करने का प्रयास किया। इसके लिए उसने कुछ हिंसात्मक समारोहों एवं उत्सवों को बन्द करा दिया। मंदिरा, मांस, नृत्य आदि में समय अथवा धन का व्यय होता था, उसे रोकने का भी अशोक ने पूर्ण प्रयास किया।
प्रश्न 19. कुल और जाति में अंतर लिखिए। (3)
भारतीय संस्कृति में कुल शब्द परिवार के लिए प्रयुक्त किया गया है। एक ही कुल के सभी सदस्यों का समूह कुल कहलाता है। जाति का समूह विशाल स्तर का है। एक ही पेशे या संस्कृति विशेष से संबंध रखने वाले लोगों के समूह को जाति कहते हैं।
अथवा
अशोक धर्म की कोई चार विशेषताएं लिखिए।
1. सार्वभौमिकता — अशोक ने धर्म के सभी धर्मों की उच्चतम तथा सर्वश्रेष्ठ बातों का समावेश किया है।
2. अनुशासन और शिष्टाचार को महत्व – अशोक ने अपने धर्म में अनुशासन और शिष्टाचार पर विशेष बल दिया। वह अपने शिलालेखों में लिखता है, “जिस प्रकार माता पिता के आज्ञा का पालन होता है, ठीक उसी प्रकार गुरुजनों की आज्ञा का पालन होना चाहिए। और विद्यार्थियों को इसी प्रकार अपने अध्यापकों के प्रति सम्मान प्रकट करना चाहिए।”
अशोक का कथन था कि जिस प्रकार छोटे बड़ों का आदर सम्मान करते हैं, उसी प्रकार बडों को छोटे से प्रेम करना चाहिए तथा उनके प्रति दया व प्रेम का व्यवहार किया जाना चाहिए।
3. अहिंसा – कलिंग युद्ध के उपरांत अशोक ने अहिंसा पर विशेष रूप से बल दिया। प्रथम शिलालेख के अनुसार उसने उन यज्ञों को बंद करवा दिया जिसमें पशु बलि होती थी। जिनके रसोई घर में पशुओं का मांस पकता था, उसे अशोक ने एक आदेश द्वारा उसे भी बंद करवा दिया।
4. धार्मिक असहिष्णुता – अशोक संप्रदायिकता और धार्मिक कट्टरता में विश्वास नहीं करता था। उसका कथन था कि हमें सभी धर्मों का आदर करना चाहिए। एक स्थल पर वह लिखता है, “मनुष्यों को अपने धर्म का आदर करना चाहिए परंतु दूसरे धर्मों की निंदा नहीं करनी चाहिए। ऐसा करने से प्रत्येक व्यक्ति अपने धर्म की भलाई करता है और साथ ही दूसरे धर्मों का हित करता है।”
प्रश्न 20. पितृवंशिकता तथा वंशिकता में चार अंतर लिखिए। (4)
अथवा
हीनयान और महायान में चार अंतर लिखिए।
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