न्यू एनसीईआरटी 2024-25 कक्षा 10 भूगोल अध्याय 6 विनिर्माण उद्योग महत्वपूर्ण प्रश्न उत्तर | Class 10th Geography Chapter 6 Manufacturing Industry IMP Question & Answer
न्यू एनसीईआरटी 2024-25 कक्षा 10 भूगोल अध्याय 6 संसाधन और विकास की महत्वपूर्ण प्रश्न और उत्तर हिंदी माध्यम के विद्यार्थी के लिए यहां दिए गए हैं। कक्षा दसवीं भूगोल की पुस्तक समकालीन भारत 1 पाठ 6 विनिर्माण उद्योग के महत्वपूर्ण सवाल जवाब पीडीएफ तथा वीडियो के माध्यम से यहां से प्राप्त किया सकता है। यहां पर आपको परीक्षा के हिसाब से 1 अंकीय, 2 अंकीय, 3 अंकीय, 4 अंकीय प्रश्न और उत्तर उपलब्ध कराई गई है।
नीचे दिए गए प्रश्नों का उत्तर 30 शब्दों में लिखिए ( 2 अंकीय प्रश्न )
प्रश्न 1 विनिर्माण क्या है ?
विनिर्माण किसी उत्पाद को कच्चे माल से तैयार करने की प्रक्रिया है, जिसमें विभिन्न संसाधनों और तकनीकों का उपयोग करके वस्तुओं का निर्माण किया जाता है। यह उद्योगों में उत्पादन का प्रमुख हिस्सा है।
प्रश्न 2 आधारभूत उद्योग से क्या आशय है ? उदाहरण देकर बताएँ।
आधारभूत उद्योग वे उद्योग होते हैं जो अन्य उद्योगों के विकास के लिए आवश्यक कच्चा माल और बुनियादी ढांचे की आपूर्ति करते हैं। उदाहरण: इस्पात, सीमेंट, ऊर्जा उत्पादन।
प्रश्न 3 भारत में कृषि पर आधारित उद्योग कौन-से हैं ?
भारत में कृषि पर आधारित उद्योगों में कपड़ा उद्योग (कपास, जूट), चीनी उद्योग (गन्ना), खाद्य प्रसंस्करण (फल, सब्जी), तंबाकू, चाय, कॉफी, और वनस्पति तेल उद्योग प्रमुख हैं।
प्रश्न 4 संयुक्त उद्योग से आप क्या समझते हैं ?
संयुक्त उद्योग वह उद्योग होता है जिसमें दो या दो से अधिक व्यक्तियों, कंपनियों या सरकारों का साझेदारी में निवेश होता है। इसमें मुनाफा और जोखिम साझेदारों के बीच बांटा जाता है।
प्रश्न 5 वायु प्रदूषण के दो दुष्प्रभाव लिखिए।
वायु प्रदूषण के दो दुष्प्रभाव हैं:
(1) श्वसन संबंधी बीमारियाँ, जैसे अस्थमा और ब्रोंकाइटिस।
(2) पर्यावरणीय क्षति, जिससे अम्लीय वर्षा और ओज़ोन परत का क्षरण होता है।
प्रश्न 6 सहकारी उद्योग किसे कहते हैं ?
सहकारी उद्योग वह उद्योग होता है, जो सदस्यों के सामूहिक प्रयासों और साझेदारी के आधार पर संचालित होता है। इसका उद्देश्य सदस्यों के आर्थिक और सामाजिक हितों की पूर्ति करना होता है।
प्रश्न 7 उद्योगों को आकार के आधार पर किन तीन वर्गों में बाँटा जा सकता है ?
उद्योगों को आकार के आधार पर तीन मुख्य वर्गों में बाँटा जा सकता है:
- लघु उद्योग (Small Scale Industries): इनमें कम पूंजी और श्रम की आवश्यकता होती है। यह उद्योग स्थानीय बाजार के लिए उत्पादन करते हैं और इनमें आमतौर पर 10 से 50 श्रमिक होते हैं। जैसे – हस्तशिल्प, खिलौना उद्योग, घरेलू वस्त्र आदि।
- मध्यम उद्योग (Medium Scale Industries): इन उद्योगों में लघु उद्योगों की तुलना में अधिक पूंजी और श्रम की आवश्यकता होती है। यह उद्योग स्थानीय और राष्ट्रीय बाजारों के लिए उत्पादन करते हैं और इनमें 50 से 250 श्रमिक हो सकते हैं। जैसे – कपड़ा मिलें, फर्नीचर निर्माण आदि।
- वृहद उद्योग (Large Scale Industries): यह बड़े पैमाने पर उत्पादन करते हैं और राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय बाजारों के लिए उत्पाद उपलब्ध कराते हैं। इनमें पूंजी निवेश और श्रमिकों की संख्या बहुत अधिक होती है, जैसे – इस्पात उद्योग, ऑटोमोबाइल उद्योग, पेट्रोकेमिकल्स आदि।
प्रश्न 8 भारत के प्रमुख लौह-इस्पात केन्द्रों कौन-कौन से हैं ?
भारत के प्रमुख लौह-इस्पात केन्द्रों में जमशेदपुर, भिलाई, राउरकेला, दुर्गापुर, और सेलम शामिल हैं। ये केन्द्र उच्च गुणवत्ता वाले इस्पात का उत्पादन करते हैं।
प्रश्न 9 विनिर्माण उद्योग के दो महत्व लिखिए।
विनिर्माण उद्योग का महत्व रोजगार सृजन और आर्थिक विकास में है। यह उत्पादन क्षमता बढ़ाता है, वस्त्रों और सेवाओं की उपलब्धता को सुधारता है।
प्रश्न 10 भारत में लघु उद्योग के लिए वर्तमान में अधिकतम निवेश सीमा कितनी है ?
भारत में लघु उद्योग के लिए वर्तमान में अधिकतम निवेश सीमा 10 करोड़ रुपये है। यह सीमा सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय द्वारा निर्धारित की गई है।
प्रश्न 11 निजी उद्योग किसे कहते हैं? कोई एक निजी उद्योग के नाम लिखिए।
निजी उद्योग वह उद्योग होते हैं जो किसी निजी व्यक्ति या समूह द्वारा स्थापित किए जाते हैं और जिनका स्वामित्व और प्रबंधन उनके पास होता है। एक उदाहरण है: टाटा समूह।
नीचे दिए गए प्रश्नों का उत्तर 75 शब्दों में लिखिए ( 3 अंकीय प्रश्न )
प्रश्न 1 लोहा और इस्पात उद्योग को आधारभूत उद्योग क्यों कहा जाता है ?
लोहा और इस्पात उद्योग को आधारभूत उद्योग कहा जाता है क्योंकि यह अन्य उद्योगों के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। ये निर्माण, परिवहन, और ऊर्जा क्षेत्रों में उपयोग होने वाले प्रमुख सामग्रियों की आपूर्ति करते हैं। इसके अलावा, ये आर्थिक विकास को बढ़ावा देते हैं और रोजगार के अवसर प्रदान करते हैं, जिससे राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलती है।
प्रश्न 2 सार्वजनिक एवं निजी क्षेत्र के उद्योगों में अन्तर स्पष्ट कीजिए।
प्रश्न 3 भारत में वस्त्र उद्योग तथा लोहा-इस्पात उद्योग की तुलना लिखिए।
प्रश्न 4 तापीय प्रदूषण से क्या आशय है ? इसके जलीय जीवन पर प्रभाव बताइए ।
तापीय प्रदूषण से आशय जल में तापमान की वृद्धि से है, जो औद्योगिक प्रक्रियाओं या बिजली संयंत्रों द्वारा उत्पन्न गर्म जल के कारण होती है। यह जलीय जीवन पर नकारात्मक प्रभाव डालता है, जैसे कि ऑक्सीजन का स्तर कम होना, प्रजातियों की मृत्यु दर बढ़ना, और पारिस्थितिकी तंत्र में असंतुलन उत्पन्न होना। इससे जलीय जीवों की वृद्धि और प्रजनन प्रभावित होते हैं।
नीचे दिए गए प्रश्नों का उत्तर 120 शब्दों में लिखिए ( 4 अंकीय प्रश्न )
प्रश्न 1 विनिर्माण उद्योग का महत्त्व बताइए।
विनिर्माण उद्योग अर्थव्यवस्था के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है क्योंकि यह रोजगार सृजन, आर्थिक विकास और निर्यात को बढ़ावा देता है। यह विभिन्न कच्चे माल को मूल्यवर्धित उत्पादों में परिवर्तित करता है, जिससे कृषि और अन्य क्षेत्रों की वृद्धि होती है। विनिर्माण उद्योग तकनीकी नवाचार को प्रोत्साहित करता है, जिससे उत्पादकता में वृद्धि होती है। इसके अलावा, यह उपभोक्ताओं को गुणवत्ता और विविधता में बेहतर विकल्प प्रदान करता है। भारत में, यह ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में रोजगार के अवसर पैदा करता है, विशेषकर महिलाओं के लिए। विनिर्माण उद्योग देश की जीडीपी में महत्वपूर्ण योगदान देता है और आर्थिक स्थिरता को बढ़ावा देता है। इसलिए, यह सामाजिक और आर्थिक विकास के लिए एक महत्वपूर्ण स्तंभ है।
प्रश्न 2 उद्योगों को किस प्रकार से वर्गीकृत किया जा सकता है ? स्पष्ट कीजिए।
उद्योगों को विभिन्न मानदंडों के आधार पर वर्गीकृत किया जा सकता है। प्रमुख वर्गीकरण इस प्रकार हैं:
1. कच्चे माल के आधार पर:
- प्राथमिक उद्योग: यह कच्चे माल का उत्पादन करते हैं, जैसे कृषि, मत्स्य पालन, और खनन।
- उपयुक्त उद्योग: यह कच्चे माल को प्रसंस्कृत करके उपयोगी उत्पाद बनाते हैं, जैसे वस्त्र उद्योग और लोहा-इस्पात उद्योग।
- सेवा उद्योग: यह सेवा प्रदान करते हैं, जैसे बैंकिंग, बीमा, और परिवहन।
2. उत्पादन की प्रक्रिया के आधार पर:
- स्वतंत्र उद्योग: ये स्वतंत्र रूप से उत्पादन करते हैं और किसी अन्य उद्योग पर निर्भर नहीं होते।
- संबंधित उद्योग: ये एक-दूसरे के पूरक होते हैं और एक-दूसरे पर निर्भर करते हैं।
3. आकार के आधार पर:
- सूक्ष्म उद्योग: छोटे स्तर पर चलने वाले उद्योग, जैसे स्थानीय कारीगर।
- छोटे उद्योग: इनमें सीमित संख्या में श्रमिक होते हैं, जैसे छोटे कारखाने।
- मध्यम उद्योग: इनमें थोड़े अधिक श्रमिक और पूंजी निवेश होता है।
- बड़े उद्योग: इनमें भारी मशीनरी और उच्च पूंजी निवेश होता है, जैसे ऑटोमोबाइल उद्योग।
4. स्वामित्व के आधार पर:
- सार्वजनिक क्षेत्र: सरकार के स्वामित्व वाले उद्योग, जैसे भारतीय रेलवे।
- निजी क्षेत्र: व्यक्तिगत या निजी कंपनियों के स्वामित्व वाले उद्योग, जैसे टाटा समूह।
- संयुक्त क्षेत्र: जिसमें सरकारी और निजी दोनों का स्वामित्व होता है।
प्रश्न 3 जल प्रदूषण को नियंत्रित करने हेतु कोई तीन उपाय लिखिए।
जल प्रदूषण को नियंत्रित करने हेतु निम्नलिखित तीन उपाय किए जा सकते हैं:
- कचरे का प्रबंधन: उद्योगों और नगरपालिकाओं द्वारा उत्पन्न कचरे को उचित तरीके से निपटाना आवश्यक है। कचरे को नदियों और जल स्रोतों में फेंकने से रोकने के लिए ठोस कचरा प्रबंधन प्रणाली विकसित की जानी चाहिए।
- कृषि में रासायनिक उर्वरकों और कीटनाशकों का सीमित उपयोग: कृषि में रासायनिक उर्वरकों और कीटनाशकों के अत्यधिक उपयोग से जल स्रोतों में प्रदूषण होता है। जैविक खेती को प्रोत्साहित करना और रासायनिक उत्पादों का विवेकपूर्ण उपयोग जल गुणवत्ता को सुधारने में मदद कर सकता है।
- विज्ञान और तकनीक का उपयोग: नई तकनीकों और अनुसंधान का उपयोग जल प्रदूषण की पहचान और नियंत्रण के लिए किया जाना चाहिए। जल गुणवत्ता सुधारने के लिए नवीनतम विज्ञान और तकनीकी विधियों को लागू करना, जैसे कि जल उपचार तकनीकों का विकास, अत्यंत लाभकारी हो सकता है।
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