कक्षा 10वी भूगोल अध्याय 2 वन एवं वन्यजीव संसाधन महत्वपूर्ण प्रश्न उत्तर | Class 10th Geography Chapter 2 VVIMP Question

New NCERT Solution 2025-26 Class 10th Geography Chapter 2 Question & Answer

न्यू एनसीईआरटी समाधान 2025-26 कक्षा 10 भूगोल अध्याय 2 वन एवं वन्यजीव संसाधन की महत्वपूर्ण प्रश्न और उत्तर हिंदी माध्यम के विद्यार्थी के लिए यहां दिए गए हैं। कक्षा दसवीं भूगोल की पुस्तक समकालीन भारत 1 पाठ 2 के महत्वपूर्ण सवाल जवाब पीडीएफ तथा वीडियो के माध्यम से यहां से प्राप्त किया सकता है। यहां पर आपको परीक्षा के हिसाब से 1 अंकीय, 2 अंकीय, 3 अंकीय,  4 अंकीय प्रश्न और उत्तर उपलब्ध कराई गई है।

नीचे दिए गए प्रश्नों का उत्तर 30 शब्दों में लिखिए ( 2 अंकीय प्रश्न )

प्रश्न 1 जैव विविधता क्या है? यह मानव जीवन के लिए क्यों महत्वपूर्ण है?

उत्तर : जैव विविधता से तात्पर्य, विभिन्न जीव रूपों में पाई जानेवाली विविधता से है। इसमें पौधे, जानवर, सूक्ष्मजीव आदि शामिल होती हैं।

मानव जीवन के लिए जैव विविधता का महत्व:

  1. भोजन का स्रोत: जैव विविधता हमें विभिन्न प्रकार के खाद्य पदार्थ प्रदान करती है, जैसे फल, सब्जियाँ, अनाज, मांस, और मछली।
  2. औषधीय स्रोत: कई महत्वपूर्ण दवाएं पौधों और जीवों से प्राप्त होती हैं। जैसे तुलसी, नीम, और पेड़-पौधों से बनी दवाइयाँ।
  3. पर्यावरण संतुलन: जैव विविधता से पारिस्थितिकी तंत्र का संतुलन बना रहता है। जैसे पेड़-पौधे कार्बन डाइऑक्साइड को अवशोषित करके ऑक्सीजन छोड़ते हैं, जिससे वायु शुद्ध होती है।
  4. आर्थिक महत्व: कृषि, मछली पालन, और पर्यटन जैसे उद्योग जैव विविधता पर निर्भर करते हैं।

प्रश्न 2 पारिस्थितिकी तंत्र क्या है ?

उत्तर : पारिस्थितिकी तंत्र एक ऐसा क्षेत्र होता है जहां जीवित प्राणी (जैसे पौधे, जानवर, सूक्ष्मजीव) और निर्जीव तत्व (जैसे मिट्टी, पानी, हवा) आपस में मिलकर एक इकाई बनाते हैं। ये सभी तत्व एक-दूसरे पर निर्भर होते हैं और एक संतुलित पारिस्थितिकी तंत्र बनाते हैं।


प्रश्न 3 राष्ट्रीय उद्यान क्या है ?

उत्तर : राष्ट्रीय उद्यान एक विशेष प्रकार का संरक्षित क्षेत्र होता है जिसे सरकार द्वारा प्राकृतिक संसाधनों और वन्यजीवों की सुरक्षा के लिए आरक्षित किया जाता है।


प्रश्न 4 वनों के कोई चार लाभ लिखें।

उत्तर 1. वन हमें लकड़ी देता है।

2. वन जल चक्र बनाए रखता है

3. वन ऑक्सीजन प्रदान करते हैं।

4. वन औषधीय पौधे उपलब्ध कराते हैं।


प्रश्न 5 पर्यावरण निम्नीकरण के किन्हीं तीन उदाहरणों जो आस-पास देखे होंगे।

उत्तर: (i) प्रदूषित हवा और पानी: उद्योग और वाहन हानिकारक गैसें और रसायन छोड़ते हैं जो पानी और हवा के क्षरण के लिए जिम्मेदार हैं।

 (ii) भूमि निम्नीकरण : उर्वरकों और रसायनों के अत्यधिक प्रयोग से भूमि निम्नीकरण हुई है।

 (iii) जैव विविधता का नुकसान: आवास विनाश, शिकार, अवैध शिकार से जैव विविधता में गिरावट आई है।


प्रश्न 6 विलुप्त प्रजातियां क्या हैं?

उत्तर: विलुप्त प्रजातियां वे जीव हैं जो पृथ्वी से पूरी तरह से विलुप्त हो चुके हैं। इसका मतलब है कि इन जीवों की अब कोई भी नस्ल धरती पर मौजूद नहीं है। ये जीव या तो प्राकृतिक कारणों से या फिर मानवीय गतिविधियों के कारण विलुप्त हो जाते हैं।

उदा. – डायनासोर, डोडो आदि।


प्रश्न 7 ’प्रोजेक्ट टाइगर’ पर एक संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए। 

उत्तर: प्रोजेक्ट टाइगर भारत सरकार द्वारा बाघों के संरक्षण के लिए शुरू किया गया एक अत्यंत महत्वपूर्ण परियोजना है। यह परियोजना बाघों की घटती संख्या को देखते हुए 1973 में शुरू की गई थी। इस परियोजना का मुख्य उद्देश्य बाघों के प्राकृतिक आवासों को सुरक्षित करना और उनकी संख्या में वृद्धि करना है।

प्रोजेक्ट टाइगर के मुख्य उद्देश्य:

  • बाघों की संख्या में वृद्धि ।
  • बाघों के प्राकृतिक आवासों का संरक्षण ।
  • बाघों के संरक्षण के लिए जागरूकता फैलाना ।
  • बाघों के शिकार को रोकना ।

प्रश्न 8 आरक्षित वन क्या है ? किन-किन राज्य में पाया जाता है।

उत्तर : आरक्षित वन (Reserved Forest) ऐसे वन क्षेत्र होते हैं यहाँ पर शिकार, पेड़ काटने, और अन्य मानवीय गतिविधियाँ पूरी तरह प्रतिबंधित होती हैं। भारत के विभिन्न राज्यों जैसे मध्य प्रदेश, उत्तराखंड और महाराष्ट्र में कई आरक्षित वन पाए जाते हैं।


प्रश्न 9 अभ्यारण किसे कहते हैं?

उत्तर : अभ्यारण्य (Sanctuary) एक ऐसा संरक्षित क्षेत्र होता है, जहाँ वन्यजीवों और वनस्पतियों को उनके प्राकृतिक आवास में सुरक्षा प्रदान की जाती है। यह क्षेत्र सरकार द्वारा विशेष रूप से वन्यजीवों के संरक्षण और उनकी प्राकृतिक वृद्धि के लिए आरक्षित किया जाता है। 


प्रश्न 10 केंद्रीय वन आयोग क्या है?

उत्तर : केंद्रीय वन आयोग भारत सरकार का एक महत्वपूर्ण संगठन है जिसका मुख्य उद्देश्य देश के वन संसाधनों का संरक्षण और विकास करना है। 


प्रश्न 11 भारत में वनों को कितने वर्गों में बांटा गया है?

उत्तर : वनों का उपयोग के आधार पर वर्गीकरण मुख्यतः तीन प्रमुख श्रेणियों में किया जाता है: 

संरक्षित वन (Reserved Forests)

रक्षित वन (Protected Forests)

अवर्गीकृत वन (Unclassified Forests)

आरक्षित वन (Reserved Forest) : ऐसे वन क्षेत्र होते हैं यहाँ पर शिकार, पेड़ काटने, और अन्य मानवीय गतिविधियाँ पूरी तरह प्रतिबंधित होती हैं।भारत के विभिन्न राज्यों जैसे मध्य प्रदेश, उत्तराखंड और महाराष्ट्र में कई आरक्षित वन पाए जाते हैं।

रक्षित वन (Protected Forests) : रक्षित वन वे क्षेत्र हैं, जहाँ सरकार द्वारा कुछ हद तक मानवीय गतिविधियों की अनुमति होती है। हालांकि, शिकार और अवैध वन उत्पादों का दोहन यहाँ भी प्रतिबंधित होता है, लेकिन यहाँ की सुरक्षा आरक्षित वनों की तुलना में थोड़ी कम होती है।

अवर्गीकृत वन (Unclassified Forests) : ये वे वन होते हैं, जिनका कोई विशेष कानूनी संरक्षण नहीं होता है। इन वनों का उपयोग कई तरह से किया जा सकता है, और यहाँ पर मानवीय हस्तक्षेप और उपयोग अधिक होता है।इनमें स्थानीय ग्रामीण समुदाय कृषि, चारा जुटाने, लकड़ी काटने और अन्य रोजमर्रा की गतिविधियाँ कर सकते हैं।


प्रश्न 12 भारतीय वन्यजीव संरक्षण अधिनियम के प्रमुख प्रावधान लिखिए।

उत्तर : भारतीय वन्यजीव संरक्षण अधिनियम, 1972 भारत में वन्यजीवों और उनके प्राकृतिक आवासों की सुरक्षा के लिए एक महत्वपूर्ण कानून है। इस अधिनियम के तहत विभिन्न प्रकार के संरक्षित क्षेत्रों की स्थापना की गई है।

इस अधिनियम के प्रमुख प्रावधान निम्नलिखित हैं:

  • संरक्षित क्षेत्र: इस अधिनियम के तहत पांच प्रकार के संरक्षित क्षेत्र हैं: अभयारण्य, राष्ट्रीय उद्यान, संरक्षण रिज़र्व, सामुदायिक रिज़र्व और टाइगर रिज़र्व।
  • वन्य जीवों का वर्गीकरण: अधिनियम वन्य जीवों को विभिन्न श्रेणियों में वर्गीकृत करता है जैसे कि:
    • अनुसूची I: गंभीर रूप से लुप्तप्राय प्रजातियाँ (उदाहरण: बाघ, गैंडा)
    • अनुसूची II: लुप्तप्राय प्रजातियाँ
    • अनुसूची III: संरक्षित प्रजातियाँ
    • अनुसूची IV: हानिकारक प्रजातियाँ
  • शिकार और व्यापार पर प्रतिबंध: इस अधिनियम के तहत वन्य जीवों के शिकार और व्यापार पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया गया है। अनुसूची I और II में सूचीबद्ध प्रजातियों के शिकार पर सख्त प्रतिबंध है।

प्रश्न 13 वन्य प्राणी संरक्षण के उपाय लिखिए।

  1. राष्ट्रीय उद्यान और अभयारण्यों की स्थापना।
  2. कठोर वन्यजीव कानूनों का पालन।
  3. सामाजिक जागरूकता ।
  4. वनों की कटाई पर रोक।

प्रश्न 14 जैव विविधता कम करने वाले कारक कौन-कौन से हैं?

  1. वनों की कटाई।
  2. प्रदूषण।
  3. जलवायु परिवर्तन।
  4. प्राकृतिक आवासों का नष्ट होना।
  5. अवैध शिकार और तस्करी।

प्रश्न 15 IUCN के अनुसार पौधे और प्राणियों को कितनी जातियों में बांटा गया है?

उत्तर : IUCN (International Union for Conservation of Nature) द्वारा पौधों और प्राणियों को संरक्षण की दृष्टि से उनकी जोखिम की स्थिति के आधार पर विभिन्न श्रेणियों में बाँटा गया है। IUCN की “रेड लिस्ट” में प्रजातियों को निम्नलिखित श्रेणियों में विभाजित किया गया है:

  1. Extinct (EX) – विलुप्त ।
  2. Critically Endangered (CR) – गंभीर रूप से संकटग्रस्त ।
  3. Endangered (EN) – संकटग्रस्त ।
  4. Near Threatened (NT) – निकट संकटग्रस्त ।

प्रश्न 16 अवर्गीकृत वन किन-किन राज्यों में पाया जाता हैं।

उत्तर : अवर्गीकृत वन पूर्वोत्तर के सभी राज्य और गुजरात में पाया जाता है।


प्रश्न 17 आरक्षित वन और रक्षित वन में अंतर लिखिए?


प्रश्न 18 वनों से होने वाले प्रत्यक्ष लाभ कौन-कौन से हैं।

उत्तर : वनों से होने वाले प्रत्यक्ष लाभ निम्नलिखित हैं:

  1. लकड़ी और फर्नीचर ।
  2. औषधीय पौधे ।
  3. खाद्य उत्पाद ।
  4. वन्यजीवों का संरक्षण ।
  5. पर्यटन ।

प्रश्न 19 वनों से होने वाले अप्रत्यक्ष लाभ कौन-कौन से हैं।

उत्तर : वनों से होने वाले अप्रत्यक्ष लाभ निम्नलिखित हैं:

  1. वर्षा में सहायक।
  2. प्रदूषण रोकने में सहायक।
  3. भूमि को उर्वरता में सहायक।
  4. बाढ़ नियंत्रण में सहायक।
  5. प्रकृति के संतुलन में सहायक।

प्रश्न 19 राष्ट्रीय उद्यान और वन्य जीव अभ्यारण में अंतर लिखिए।


प्रश्न 20 बीज बचाओ आंदोलन पर टिप्पणी लिखिए ।

उत्तर : बीज बचाओ आंदोलन एक महत्वपूर्ण पहल है, जिसका उद्देश्य परंपरागत बीजों की सुरक्षा और जैव विविधता को संरक्षित करना है। यह आंदोलन 1980 के दशक में उत्तराखंड के टिहरी गढ़वाल क्षेत्र से शुरू हुआ, जिसका नेतृत्व विजय जड़धारी जैसे स्थानीय किसानों ने किया। आंदोलन का मुख्य लक्ष्य था हाइब्रिड और जीएमओ (जेनेटिकली मॉडिफाइड ऑर्गेनिज्म) बीजों के बढ़ते उपयोग के खिलाफ आवाज उठाना, क्योंकि ये बीज पर्यावरण और किसानों की आजीविका पर नकारात्मक प्रभाव डालते हैं। बीज बचाओ आंदोलन ने किसानों को पारंपरिक बीजों की खेती करने और जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिए प्रेरित किया, ताकि खाद्य सुरक्षा और पर्यावरणीय स्थिरता को सुनिश्चित किया जा सके।

प्रश्न 21 चिपको आंदोलन पर टिप्पणी लिखिए।

उत्तर : चिपको आंदोलन 1970 के दशक में उत्तराखंड (तब उत्तर प्रदेश का हिस्सा) के ग्रामीणों द्वारा शुरू किया गया एक पर्यावरणीय आंदोलन था। इसका उद्देश्य जंगलों को अंधाधुंध कटाई से बचाना था, जो स्थानीय पर्यावरण और जीवनयापन के लिए खतरा बन चुकी थी। 1973 में, गौरा देवी और अन्य ग्रामीण महिलाओं ने पेड़ों से चिपककर लकड़कटों को जंगलों की कटाई से रोक दिया, जिसे “चिपको” कहा गया। इस आंदोलन का नेतृत्व सुंदरलाल बहुगुणा और चंडी प्रसाद भट्ट जैसे पर्यावरणविदों ने किया। चिपको आंदोलन ने सरकार का ध्यान खींचा और वृक्ष कटाई पर प्रतिबंध लगवाया। यह आंदोलन न केवल पर्यावरण संरक्षण का प्रतीक बना, बल्कि महिलाओं की भूमिका को भी उभारा और विश्वभर में पेड़-पौधों की रक्षा के लिए प्रेरणा दी।

प्रश्न 22  वनों का संरक्षण क्यों आवश्यक है?

उत्तर : प्रश्न का उत्तर आपके लिए Home Work के रूप में दिया गया हैं।

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